आवेदन/संपर्क/पंजीयन/प्रशिक्षण कहाँ करें | योजना के अंतर्गत भारतीय उन्नत नस्ल के गौवंशीय पशुओ के पालन को बढावा देने एंव अधिक दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये पुरस्कार योजना प्रस्तावित की गई है। जिसमे पशु पालको को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा एंव भारतीय उन्नत नस्ल की गाय से उत्पन्न नर वत्स खेती के लिये उपलब्ध होंगे साथ ही दुग्ध उत्पादन मे वृद्दी होगी एंव भारतीय उन्नत नस्ल के गौवंशीय उत्पादक पशुओ की संख्या मे वृद्दी होगी। विकास खंण्ड स्तरीय प्रतियोगीता का आयोजन उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें द्वारा विकास खंण्ड के पशु चिकित्सक, शल्यज्ञ/ पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत् की अध्यक्षता में समिती गठीत कर सम्पन्न करेंगे। राज्य स्तरीय पुरस्कारो का चयन राज्य स्तर पर संचालक पशु चिकित्सा सेवाये की अध्यक्षता मे गठीत समीती के द्वारा सम्पन्न किया जायेगा। जिला स्तरीय प्रतियोगीता का आयोजन उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत की अध्यक्षता मे गठीत समीती के द्वारा सम्पन्न किया जायेगा। अंतर्विभागीय स्वारूप देने के लिये जिला स्तरीय समिति में जिले के उप संचालक, कृषि पदेन सदस्य के रूप में नामंकित रहेंगें। राज्य स्तरीय पुरस्कारों का चयन रज्य स्तर पर संचालक पशु पालन द्वारा गठित समिति के द्वारा सम्पन्न किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष माह अक्टुबर से दिसम्बर की अवधी मे योजना का क्रियांवयन किया जायेगा। विकास खंण्ड स्तरीय प्रतियोगिता पुरस्कार विकास खण्ड स्तरीय पुरस्कार:- प्रथम पुरस्कार - 10,000 रुपये द्वितीय पुरस्कार - 7,500 रुपये तृतीय पुरस्कार - 5,000 रुपये विकास खण्ड स्तर पर प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजन, पशुओ के चारा पानी, परिवहन एंव पालको की व्यवस्था हेतु 10,000 रुपये । जिला स्तरीय पुरस्कार:- प्रथम पुरस्कार - 50,000 रुपये द्वितीय पुरस्कार - 25,000 रुपये तृतीय पुरस्कार - 15,000 रुपये सांत्वना पुरस्कार- 5,000 रुपये (कुल 35,000 रुपये, कुल सात पुरस्कार, प्रति पुरस्कार पॉच हजार रुपये) प्रचार प्रसार शिविर कार्यक्रम आयोजन एंव पशुओ के चारा पानी, पशुपालको की व्यवस्था हेतु 50,000 रुपये। राज्य स्तरीय (संचालनालय स्तर) पुरस्कार:- प्रथम पुरस्कार - 2.00 लाख रुपये द्वितीय पुरस्कार - 1.00 लाख रुपये तृतीय पुरस्कार - 0.50 लाख रुपये सांत्वना पुरस्कार- 10,000 रुपये ( कुल 0.70 लाख रुपये, कुल सात पुरस्कार, प्रति पुरस्कार दस हजार रुपये) |